आप शेयर बाजार से कितना मुनाफा कमाते हैं? उच्च जोखिम उच्च रिटर्न सभी को सिखाया जाता है, जो निवेश की दुनिया में पहला कदम उठाते हैं। फिर सभी अपनी जोखिम उठाने की क्षमता के आधार पर निर्णय लेते हैं, और उसी पैमाने पर पैसे कमाते हैं। शेयर बाजार को सबसे जोखिम भरा निवेश माना जाता है, जब तक कि क्रिप्टो कानूनी नहीं हो जाता, इसलिए केवल वही लोग जो अधिक जोखिम लेना चाहते हैं, उन्हें इसमें निवेश करना चाहिए ये इस क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है। लेकिन कोविड के बाद के बाजार के उछाल ने कई नए निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया और फिर बिना किसी विचार के, उन्होंने अपनी सभी बचत, कुछ ने तो ऋण लेकर भी, शेयर बाजार में निवेश किया। पोस्ट-कोविड तूफान में गधों ने भी घोड़ों के साथ दौड़ लगाई, गलत मत समझिए मैं कंपनियों के शेयरों की बात कर रहा हूँ, इसने नए निवेशकों को बिना किसी शेयर चयन नियम का उपयोग किए जहाँ चाहा वहाँ निवेश करने दिया और उन्होंने बहुत अच्छे लाभ भी कमाए, जिसने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया और फिर उन्होने सभी अन्य निवेशों को तोड़ दिया और कइयोने तो ऋण लेकर शेयर बाजार में निवेश किया। लेकिन जब पोस्ट-कोविड तूफान शांत हो गया, जिनकी आँखोंपर अति आत्मविश्वास कि पट्टी चढी हुई थी वो हटने लगी । जहाँ सपना था कि एक साल में पैसे को पांच या दस गुना करना है, अब यह चिंता है कि क्या निवेशीत राशी भी सुरक्षित रहेगी । अंत में, जो हुआ वह यह था कि नए निवेशक केवल नौ दिन तक टिके और जो बचे वे असली निवेशक बन गए। तो मेरा सवाल असली निवेशकों से है, आप बाजार से कितना मुनाफा कमाते हैं?
लाभ के सभी हकदार, नुकसान के लिये मात्र मे जिम्मेदार शेअर बाजार में मुनाफा कमाना कोई खानेका काम नहीं हैं ! ये अनुभवी समझदार निवेशक भी कहते हैं। पेहेले फंडामेंटल स्टडी करें और स्टॉक चुनें, फिर हर दिन तकनीकी चार्ट को देखें और खरीदने और बेचने के स्तर का निर्णय लें, दिन-प्रतिदिन राष्ट्रीय और वैश्विक खबरों पर नज़र रखें, विकेंड पर भी आराम नहीं विशेषज्ञों की राय सुनते हुए अपने निवेश की समीक्षा करें, रातभर सोती आंखों से डाऊ को देखें, और फिर जब सप्ताह शुरू होता है, तो सिंघवी साहब है हि आपको नींद से जगाने के लिए । इतनी मेहनत के बाद भी कुछ आऊट ऑफ सिल्याबस चीजें जैसे कोविड, रूस-यूक्रेन आदि होंगी, और पसीना बहाकर कमाए मुनाफे मिट्टीमें मिल जाएंगे। इसके बाद, वर्ष के अंत में, रिटर्न फाइल करते समय सी.ए. आपको शेष लाभ पर कर चुकाने के लिए कहेंगा, अल्पकालिक और दीर्घकालिक कानूनों का हवाला देते हुए। ऐसी स्थिति में, हर निवेशक का एक ही सवाल होता है कि अगर मैं लाभ कमाता हूं, तो सभी लोग इसे टुकड़ों में तोड़ने के लिए खड़े हो जाएंगे, लेकिन जब मैं नुकसान उठाता हूं, तो मैं उस दुख का एकमात्र प्राप्तकर्ता कैसे हूं?
करों को बचाने का एक बहुत ही कानूनी तरीका है जिस तरह हर निवेशक मुनाफे को अधिकतम करने का प्रयास करता है, उसी तरह वह न्यूनतम कर का भुगतान करने की भी योजना बनाता है। लेकिन टैक्स बचाने और टैक्स चोरी करने में अंतर होता है। कुछ सलाहकार कुछ लाभ निवेश न दिखाने या कम दिखाने कि सलाह देते हैं, जो अवैध हैं, लेकिन यदि आप वास्तव में योजना बनाना चाहते हैं, तो कुछ कानूनी विकल्प हैं, जिनमें से एक का उपयोग वर्ष के अंत में किया जा सकता है। मान लीजिए कि मैंने एक वर्ष में 100 रुपये का लाभ अर्जित किया है, अब वर्ष के अंत में, मुझे इस 100 रुपये पर कर का भुगतान करना होगा, लेकिन मान लीजिए कि मैं इतनीही राशिका नुकसान करता हूं, तो 100 रुपये का लाभ और 100 रुपये का नुकसान दोनों को सेट ऑफ किया जाएगा और अंतिम लाभ शून्य होगा और मुझे कर का भुगतान नहीं करना होगा। अब आप कहेंगे ये क्या बात हुई, अगर जितना लाभ उतनी हीं हानि होती है, तो मेरी कमाई भी शून्य है, तो लाभ क्या है? इसे ध्यानसे समझें, अब बाजार गिर रहा है और सूरज से अधिक लाल हो गया है, यदि सभी के पोर्टफोलियो में कुछ शेयर हैं जो नुकसान में हैं, तो आप उस नुकसान को बुक करेंगे और अगले दिन वही शेयर फिर से खरीदेंगे, जो होगा वह यह होगा कि न केवल लाभ बनाम नुकसान देखा जाएगा, बल्कि आपका पोर्टफोलियो भी वही रहेगा और वैकल्पिक रूप से आपके सभी कर भी बच जाएंगे। मेरा मतलब है, एक ही तीरसे दो निशाणे बांधना, एक तो मैंने कर बचाए और दूसरी बात, मैंने गिरते बाजार का लाभ उठाया। एक और लाभ यह है कि जैसे ही आपके पास सपोर्ट पर नई खरीद होती है, मुनाफा भी जल्दी दिखने लगता है, जिससे आपका पोर्टफोलियो को नवसंजीवनी मिल जाती है। बेशक, जब आप यह सब कर रहे हैं, तो आपको अपने सीए सिखायें अल्पकालिक और दीर्घकालिक कानून को नहीं भूलना चाहिए, नहीं तो बुक किया गया नुकसान केवल खाते में एक नुकसान के रूप में रहेगा और कर भी चुकाने होंगे।
हैप्पी इन्वेस्टींग !!
हैप्पी इयर एंडिंग !!